बेहद संवेदनशील विषय पे आधारित नवोन्मेष की बहुप्रतीक्षित नाट्य प्रस्तुति “ओ री चिरैय्या” का सफल मंचन रिज़र्व पुलिस लाइन परिसर में किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी एस.पी.मिश्र, पुलिस अधीक्षक श्रीपर्णा गांगुली, अपर पुलिस अधीक्षक अशोक वर्मा एवं राज्य महिला आयोग की सदस्य जुबैदा चौधरी द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया. ओ री चिरैय्या का लेखन, निर्देशन एवं संगीत विजित सिंह द्वारा किया गया वही प्रमुख पत्रों की भूमिका में स्वयं विजित सिंह, योगेश उपाध्याय एवं मंज़र अब्बास रिज़वी रहे. यह नाटक एक ऐसी स्थति का मंचन था जब हमारा समाज स्त्रीविहीन हो जायेगा. नाटक के माध्यम से लेखक ने ये भी बताने का प्रयास किया है कि वर्तमान में हो रहे भ्रूण हत्या, बलात्कार, घरेलू हिंसा एवं महिलाओं के साथ हो रहे शोषण को यदि अभी नहीं रोका गया तो वो दिन दूर नहीं जब हमारे आगन की चिरैय्या (लडकियाँ) चली जाएँगी हमेशा के लिए हमारे समाज को सूना करके. नाटक के कुछ बेहद मार्मिक संवाद जैसे “कमरे में पड़ी वो औरत तब तक माँ नहीं बनती थी जब तक वो नर नहीं जनती थी”, “तुझे पैदा करने के लिए तेरी माँ को साल भर के किराए पर लाया था मैं, तेरे पिता जी का समय आने तक इस बात को सपने में भी नहीं सोचा जा सकता था की किसी पुरुष की शादी भी हो सकती है” ने लोगो को अपने आंसू पोछने पे मजबूर कर दिया. महज़ तीन पुरुष पत्रों के इर्द गिर्द घूमते इस मंचन ने लोगों को ये सोचने पे मजबूर कर दिया कि क्या वाकई एक दिन हमारा समाज स्त्रीविहीन हो जायेगा! बाबा की भूमिका में विजित सिंह, पोते की भूमिका में योगेश उपाध्याय एवं बाबा के दोस्त की भूमिका मंज़र अब्बास रिज़वी ने सशक्त अभिनय कर मंच पे पत्रों की सार्थकता सिद्ध की. विपरीत मौसम के बावजूद ये कार्यक्रम पुलिस अधीक्षक की विशेष प्रयास के बाद तय समय से दो घंटे बाद शुरू किया जा सका लेकिन कार्यक्रम के विषय की गंभीरता को देखते हुए तमाम प्रशासनिक अधिकारियों समेत सैकड़ों लोग देर रात तक जमे रहे. कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक श्रीपर्णा गांगुली ने नवोन्मेष के प्रयास की सराहना करते हुए ओ री चिरैय्या के सफल मंचन की तारीफ भी की. मंच परे नवोन्मेष के मीडिया प्रभारी धीरज गुप्ता, मनोज सिंह, अफरोज़ एवं संदीप वर्मा की भूमिका सराहनीय रही. कार्यक्रम में क्षेत्राधिकारी शोहरतगढ़ रचना मिश्र, क्षेत्राधिकारी बांसी, आर.सी.शर्मा समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.