जनपद सिद्धार्थनगर के स्थापित एवं नवोदित रचनाकारों को एक साथ एक मंच पर लाने के उद्देश्य से नवोन्मेष द्वारा शुरू की गयी साहित्यिक पहल ‘दीपक संग कविता’ का सफल आयोजन रफ़ी मेमोरियल इण्टर कॉलेज, चकचई, डुमरियागंज में दिनांक 29.07.2017 को किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रिंसिपल अहमद फरीद अब्बासी एवं सञ्चालन वरिष्ठ रचनाकार डा.ज्ञानेन्द्र द्विवेदी ‘दीपक’ द्वारा किया गया।
वरिष्ठ शायर नज़ीर मलिक ने अपनी रचना ‘ओ मेरी सपनो की रानी, मेरी प्रथम अंतिम प्रेम कहानी’ से कार्यक्रम को ऊंचाई प्रदान किया, कवि ब्रम्हदेव शास्त्री ‘पंकज’ ने अपनी रचना से वर्तमान हालात पर तंज़ कसा। शायर जमाल क़ुद्दूसी ने भी अपनी रचनाओं से खूब तालियाँ बटोरी। डा.ज्ञानेन्द्र द्विवेदी ने ‘इन टुकड़ों में मेरा हिन्दुस्तान कहाँ हैं’ से सांप्रदायिक सद्भाव का सन्देश देते हुए देश की एकता की बात की।
डा.सुशील सागर, संघशील झलक, पंकज सिद्धार्थ, राकेश त्रिपाठी गँवार, नसीम अहमद सिद्दीकी आदि ने भी काव्य पाठ कर आयोजन को सफल बनाया।
नवोन्मेष अध्यक्ष विजित सिंह ने सभी कवि/ शायरों एवं श्रोताओं का धन्यवाद देते हुए कहा कि हमारा प्रमुख उद्देश्य यही है कि हम युवाओं समेत उन सभी लोगों को कविताओं और शायरी से जोड़े जिनमें काव्य सृजन की क्षमता है। तमाम ऐसे लोग हैं जो उचित मार्गदर्शन से उम्दा मुकाम हासिल कर सकते हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य यही है और डुमरियागंज में तमाम नवोदित रचनाकारों ने इसमें प्रतिभाग कर आयोजन की सार्थकता सिद्ध कर दी।
अध्यक्षता कर रहे प्रिंसिपल अहमद फरीद अब्बासी ने भी अपनी रचनाएँ पढ़ी और नवोन्मेष समेत सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया।