Sunday, November 17, 2024
Home Blog अंगिरा I Dr.Sumit Srivastav I Navonmesh

अंगिरा I Dr.Sumit Srivastav I Navonmesh

नाटक : अंगिरा
लेखक : डॉ. गौतम चैटर्जी
निर्देशक : डॉ.सुमित श्रीवास्तव
प्रस्तुति : नवोन्मेष
प्रस्तुति दिनाँक : 5 मार्च 2023
स्थान : थ्रस्ट प्रेक्षागृह, भारतेन्दु नाट्य अकादमी, लखनऊ

A scene from play ‘Angira’ I Navonmesh


पात्र :
मोइज़ : राज वर्धन पांडेय
अंगीरा : भव्या द्विवेदी

सहायक निदेशक : अविजित पाण्डेय
संगीत : तुषार गुप्ता
प्रोडक्शन मैनेजर : राहुल सिंह चंदेल

A scene from play ‘Angira’ I Navonmesh

नाटक सार :
नायक मोइज़ और नायिका अंगीरा मुम्बई के महानगर में एक कमरा कॉन्ट्रैक्ट पर लेकर रहते हैं, शर्त के मुताबिक मोइज़ रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक रहता है और सुबह प्रेस में नौकरी करने चला जाता है। अंगीरा आकाशवाणी में नौकरी करती है, वहाँ उसका काम रात में होता है। वो दिन भर कमरे में रहती है और रात को नौकरी करने चली जाती है लेकिन एक दिन वो नौकरी पर नहीं जाती है। मोइज़ के पूछने पर वो बताती है कि उसने एक मर्डर किया है ,यही से नाटक अपने क्लाइमेक्स की तरफ मुड़ जाता है और सुखांत में तब्दील होता है। भारतीय मानस में हर कालखंड में लड़कियां किस मानसिक दबाव से गुज़रती हैं या गुज़रती रही हैं चाहे वो गार्गी, मैत्रेयी, अपाला, लोपामुद्रा, पंचकन्या, या द्रौपदी ही क्यों न हो! इन सभी की मानसिकता और अंतर्द्वंद की छाया है अंगीरा, जो कि अबतक हुई सभी स्त्रियों का प्रतिनिधित्व करती है। मोइज़ अंगीरा को सुनता हुआ उसके मन की गहराइयों को समझता है और अंगीरा को अहसास होता है कि उसके शब्द मोइज़ की लिखावट का ही हिस्सा हैं … इस बार दोनों एक ही शब्द लिखना चाहते हैं एक साथ एक मन से….ये एक physiological love story है, बहुत ही subtle .जो दर्शकों से प्रस्तुति के लिए उसी गहराई और सहृदयता की मांग करती है।

A scene from play ‘Angira’ I Navonmesh
A scene from play ‘Angira’ I Navonmesh
A scene from play ‘Angira’ I Navonmesh

Play : Angira
Writer : Dr.Gautam Chatterjee
Director : Dr.Sumit Srivastav
Created by : Navonmesh

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

कितना अच्छा होता है I Poetry I Sarveshwar Dayal Saxena I Vijit Singh

कितना अच्छा होता है I Kitna Accha Hota Hai Poetry कवि : सर्वेश्वर दयाल सक्सेना I Written by Sarveshwar Dayal Saxena काव्य...

कैसे गीत लिखूँ I Poetry I Dr.Rajesh Harsvardhan I Vijit Singh

Kaise Geet Likhoon I कैसे गीत लिखूँ Written by Dr.Rajesh Harsvardhan I कवि : डॉ.राजेश हर्षवर्धन Poetry recite by Vijit Singh I...

Kaand I Storytelling performance by Vijit Singh I Musafir Kissonwala

Vijit Singh aka Musafir Kissonwala performed his new storytelling show ‘Kaand’ in Lucknow Uttar Pradesh.Details of the show are as follows :Show...

Theatre Director Surya Mohan Kulshreshtha Interview with Vijit Singh

Interview of renowned theatre director Surya Mohan Kulshreshtha with Vijit Singh.Show name : The Musafir Kissonwala Studio with Vijit SinghCreated by :...

Recent Comments