समाज में किसी बिमारी तरह व्याप्त हो चुके दहेज़ के विरोध में नवोन्मेष द्वारा ‘बहिष्कार दहेज़ का’ नामक मुहिम की शुरुआत की गयी है. इस मुहिम के अंतर्गत युवाओं को दहेज़ के विरोध में आवाज़ उठाने हेतु प्रेरित किया जा रहा है. इस मुहिम के अंतर्गत आज सेंट पॉल हाई स्कूल में नवोन्मेष द्वारा आयोजन किया गया जिसमें छात्र-छात्राओं को दहेज़ के विरोध में आवाज़ बुलंद करने हेतु प्रेरित किया गया. दहेज़ के विरोध में अपना विरोध दर्ज कराने हेतु युवाओं के बीच चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की गयी जिसके अंतर्गत छात्र-छात्राओं ने दहेज़ के दुष्परिणाम को अपने चित्र के माध्यम से दर्शाने का सार्थक प्रयास भी किया. कार्यक्रम के अंत में युवाओं को नवोन्मेष द्वारा बेटा-बेटी समानता पर लिखा गीत : “दोनों एक ही है भईया अपनी जान समझो, चाहे बेटा हो या बिटिया समान समझो” भी सुनाया गया जिसे युवाओं ने भी पूरी उर्जा के साथ संकल्प के रूप में गाया.
नवोन्मेष अध्यक्ष विजित सिंह ने बताया कि बच्चों के कोमल ह्रदय में दहेज़ रुपी दानव की कलंकित छवि के प्रति घृणा पैदा करने का उदेश्य तब सफल होता दिखा जब सभी छात्र-छात्राओं ने हाथ उठाकर दहेज़ प्रथा को जड़ से उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया. ये भी बताया गया कि संस्था दहेज़ प्रथा को ख़त्म करने हेतु प्रयत्नशील है जिसके अंतर्गत तमाम विद्यालयों में इस इस प्रकार के आयोजन किये जा रहे हैं. इससे पूर्व यह आयोजन चिल्ड्रेन एजुकेशन गार्डेन पब्लिक स्कूल एवं सिद्धार्थ मॉडर्न अकादमी में भी आयोजित किया जा चूका है. युवाओं को संवेदित करके ही इस प्रथा को ख़त्म किया जा सकता है. कार्यक्रम के दौरान नवोन्मेष अध्यक्ष विजित सिंह, नवोन्मेष समन्वयक मुनीश ग्यानी, शर्मिष्ठा पाण्डेय, राजेंद्र प्रसाद, विद्यालय के निदेशक डा.जनार्दन प्रसाद, प्रधानाचार्य रंजना मिश्र समेत सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.