कारागार में कैद आजीवन कारावास के कैदियों संग नवोन्मेष द्वारा जनपद सिद्धार्थनगर एवं मंडल कारागार गोरखपुर में थिएटर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस प्रकार की कार्यशाला कार्यशाला का आयोजन जनपद सिद्धार्थनगर में दो बार एवं गोरखपुर में एक बार किया गया. इस कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य वर्षों से कारागार में बंद कैदियों के विचारों में सकारात्मकता लाना एवं नाट्य प्रशिक्षण के माध्यम से उनके ठहरे हुए जीवन को गति प्रदान करने था. प्रत्येक कार्यशाला की अवधि पैताल्लिस दिनों की गयी थी. सिद्धार्थनगर कारागार में कैदियों द्वारा नाटक “ठहरा हुआ पानी” एवं “अपराधी नहीं हूँ मैं” का मंचन कराया गया वही मंडल कारागार गोरखपुर में ठहरा हुआ पानी का मंचन कराया गया. नवोन्मेष की इस मुहीम ने न सिर्फ अपराधियों को जीवन के प्रति सकारात्मक रवैय्ये से रूबरू कराया बल्कि कारागार परिसर में इन्हें अपनी प्रतिभा के माध्यम से एक नयी पहचान बनाने का अवसर भी प्रदान हुआ.