कपिलवस्तु महोत्सव 2015 में पहली बार ‘बावरी उड़ान’ का मंचन किया गया. इस नाटक का लेखन एवं निर्देशन नवोन्मेष अध्यक्ष विजित सिंह द्वारा किया गया है. 29 दिसम्बर को कपिलवस्तु महोत्सव में नवोन्मेष द्वारा मंचित इस नाटक को जम कर प्रशंसा मिली. मंचन के दौरान जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारीगण उपस्थित रहे.
नाटक के बारे में
ये कहानी है एक शारीरिक रूप से अक्षम लड़के और उसके परिवार की. ये नाटक न सिर्फ उसकी अक्षमता को अभिशाप की परिभाषा से मुक्त करता है बल्कि सन्देश भी देता है कि अगर शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्ति को परिवार एवं समाज के लोगों का प्रेम एवं सहयोग मिले तो वो भी जीवन को सार्थक बनाते हुए मनचाहा मुकाम हासिल कर सकता है.
ये नाटक नवोन्मेष परिवार के लिए इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण है कि कपिलवस्तु महोत्सव 2015 में इसका प्रथम मंचन हो रहा है. उम्मीद है प्रस्तुति आपकी अपेक्षाओं पर खरा उतरेगी.
मंच पर
स्वप्निल : विजित सिंह
भाई १ : धीरज गुप्ता
भाई २ : मुनीश ज्ञानी
बाबू जी : मंज़र अब्बास रिज़वी
लड़की के पिता जी : राजेंद्र प्रसाद
मीडियाकर्मी : अपूर्व श्रीवास्तव
मंच परे
संगीत सञ्चालन : गौरव त्रिपाठी