‘नवोन्मेष नाट्य उत्सव’ प्रति वर्ष साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था ‘नवोन्मेष’ द्वारा गौतम बुद्ध की क्रीड़ास्थली (कपिलवस्तु) सिद्धार्थनगर, उत्तर प्रदेश में आयोजित किया जाता है. नवोन्मेष नाट्य उत्सव की शुरुआत वर्ष 2013 में तीन दिवसीय नाट्य उत्सव से की गयी थी. वर्ष 2014 में चार दिवसीय नाट्य उत्सव का आयोजन किया गया जिसमें देश के चार राज्यों के नाट्य दल का चयन किया गया. दिल्ली, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के विभिन्न नाट्य दलों ने अपनी प्रस्तुति से नवोन्मेष नाट्य उत्सव को श्रेष्ठता का अलग स्तर प्रदान किया.
नवोन्मेष नाट्य उत्सव 2015 में प्रस्तुति हेतु देश भर से 143 प्रस्ताव प्राप्त हुए जिसमें से सात विभिन्न राज्यों से सात नाट्य दलों का चयन किया गया. नवोन्मेष नाट्य उत्सव 2015 में मंचित नाटकों की सूची इस प्रकार है
क्र.सं. | दिनांक | नाटक | प्रदेश |
1. | 14.11.2015 | सफ़रनामा | राजस्थान |
2. | 15.11.2015 | बौड़म | उत्तर प्रदेश |
3. | 16.11.2015 | कथा एक कंस की | उत्तराखंड |
4. | 17.11.2015 | चिड़ियाघर | मध्य प्रदेश |
5. | 18.11.2015 | हींगबागी मामी | मणिपुर |
6. | 19.11.2015 | एक किस्सा, एक कहानी | नई दिल्ली |
7. | 20.11.2015 | गर्दिश | पश्चिम बंगाल |
अन्तर्राष्ट्रीय मानचित्र पर अपनी ऐतिहासिक धरोहर के लिए ख्यातिलब्ध कपिलवस्तु को सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से शुरू किये गए नवोन्मेष नाट्य उत्सव को जनपद सिद्धार्थनगर के हर आम-ओ-ख़ास ने अपनी पलकों पर बिठा लिया. आयोजन इस प्रकार सफल रहा कि 500 की क्षमता वाले प्रेक्षागृह, लोहिया कला भवन ने 700 दर्शकों को खुद में समेट कर नवोन्मेष नाट्य उत्सव को सफलता की नई परिभाषा प्रदान कर दी.
सात दिवसीय नवोन्मेष नाट्य उत्सव का उद्घाटन सांसद श्री जगदम्बिका पाल, जिलाधिकारी डा.सुरेन्द्र कुमार पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक श्री अजय कुमार साहनी ने संयुक्त रूप से किया. कार्यक्रम के दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्री अखिलेश तिवारी, सांसद कौशाम्बी श्री विनोद कुमार सोनकर, मुख्य चिकित्साधिकारी डा.अनीता सिंह, नगर पालिका परिषद् अध्यक्ष मो.जमील सिद्दीकी, उप कृषि निदेशक डा.राजीव झा, जिला कृषि अधिकारी श्री सदानंद चौधरी, उप जिलाधिकारी श्री राजित राम प्रजापति, क्षेत्राधिकारी श्री अकमल खान समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारीगण उपस्थित रहे.